मेरी ज़िंदगी मेंमेरी आस तुम हो (preetsinghsr)


मैं समझा था तुम हो, 

तो और क्या मैं मांगू

मेरी ज़िंदगी में

मेरी आस तुम हो

ये दुनियां नहीं हैं

मेरे पास तो क्या

मेरा ये "भरम" था

मेरे पास तुम हो .......

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