मुझसे मिलकर वो अब उदास हो जाता है शायद नाराज़गी है कोई मगर कह नहीं पाता है (preetsinghsr)

मुझसे मिलकर वो अब उदास हो जाता है
शायद नाराज़गी है कोई मगर कह नहीं पाता है

जब भी आता है बस चुप्पियाँ होती हैं दोनों के दरमियां
संग संग चलता नहीं वो बस यूँही साथ हो जाता है।

बनाये रखता हैं दूरियां न जाने क्यों मुझसे 
मेरे कहने पर मगर वो मेरे पास हो जाता है।

टकराती हैं नज़रें जब हम दोनों की कभी यूँही
थोड़ा सा मुस्कुराता है फिर हताश हो जाता है।।

मुझसे मिलकर वो उदास........

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