थोड़े रूठे रूठे से लगते हो तुम,
दिल का हाल बताऊं या तुम्हें मनाऊं
नज़रें फेर के तुम बैठे हो ऐसे,
आँखों में उतरे जज़्बात को कैसे दिखाऊं
अफ़सोस कि तुम कुछ कहते भी नहीं,
दिल का दर्द भला कैसे समझाऊं
थोड़े रूठे रूठे से लगते हो तुम...
@preetsinghsr
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#preet19385
#ps19385
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