काश! किसी दिन ऐसा हो,
तेरा हाल भी मेरे जैसा हो
तू भी ढूंढे मुझे किताबों में,
मैं मिलूं तुझे बस यादों में
इंतज़ार में बैठे तू भी
हर शाम को यूं ही चौखट पर
और हँसे ज़माना तेरी बातों पे
हर रोज टूटे उम्मीद तेरी
रातें कटें तेरी भी आंखों में
काश! किसी दिन ऐसा हो
तेरा हाल भी मेरे जैसा हो
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