कहो न मोहब्बत नहीं तो क्या हो तुम! (preetsinghsr)

तुम्हारी नाराजगी मुझसे लिए जाती है 
मेरी हँसी तुम ख़ामोश होती हो खो जाते हैं मेरे शब्द
क्या तुम्हे पता है तुम्हारा कहना कि बात नहीं करनी' 
छीन लेता है मुझसे तुम्हे जाँ-नशीं... कहो न
मोहब्बत नहीं तो क्या हो तुम!
 

0 تعليقات

إرسال تعليق

Post a Comment (0)

أحدث أقدم