मुख्यपृष्ठ@preetsinghsr सुनो..तुम्हें, याद तो हूँ न मैं.. (preetsinghsr) bylove bites -जून 02, 2023 0 जिम्मदारियों की नदी में,बेसुध बहते हुए,मैं चुप हूँ अभी भीअपनी खामोशियाँ कहते हुए,क्या अब भी,सज़दे मेंबुदबुदाती कोईफ़रियाद हूँ मैं,बिखरा मैं टूटातुमसे हाँ छूटा,सोचता हूँ, बस यूं हीतुम्हें क्या, याद हूँ मैं
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