नींद की आगोश में जाने दे मुझे ख़्वाबों से नैन लड़ाने दे (preetsinghsr)
नींद की आगोश में जाने दे मुझे ख़्वाबों से नैन लड़ाने दे (preetsinghsr) जरूरी था कि मिल जा…
नींद की आगोश में जाने दे मुझे ख़्वाबों से नैन लड़ाने दे (preetsinghsr) जरूरी था कि मिल जा…
जिम्मदारियों की नदी में, बेसुध बहते हुए, मैं चुप हूँ अभी भी अपनी खामोशियाँ कहते हुए, …
मुझे इतना याद आकर बेचैन न करों तुम एक यही सितम काफ़ी है कि मेरे साथ नही हो तुम @preet…
जिनके करीब बहुत लोग हो उनसे दूर रहना ही ठीक है! @preetsinghsr #preetsinghsr #preet193…
वो कहीं दूर जो अनछुआ सा है हाँ वहीँ दर्द दिल में छुपा सा है मुँह बना के करो बात ना ऐसे …
मना लिया हमने अपने दिल को...! हर चीज की ज़िद अच्छी नहीं होती...!! @preetsinghsr #preet…
कुछ बातों से अनजान बने रहना भी अच्छा होता है। कभी कभी सब कुछ जान लेना बहुत तकलीफ़ दे…