चाँद को भी रश्क हो जाता है (preetsinghsr)
आज सुबह से मौसम काफी बोझिल और दिन काफी लंबा सा लग रहा था, पर जानती हो मुझे, क्या इस कुम्लाहट और खीझ…
आज सुबह से मौसम काफी बोझिल और दिन काफी लंबा सा लग रहा था, पर जानती हो मुझे, क्या इस कुम्लाहट और खीझ…
वो गया तो फिर लौट कर आना भूल गया शायद वो परिंदा अपना आशियाना भूल गया किसी से मोहब्बत ना…