punjabi blogging

हालातों से चोट खाया हुं लेकिन परेशान नहीं हुं मुश्किलों के सामने घुटने टेक दुं में वह इंसान नहीं

हालातों से चोट खाया हुं लेकिन परेशान नहीं हुं मुश्किलों के सामने घुटने टेक दुं में वह इंसान नहीं

ऐ ज़िंदगी

छोड़ ना देना हमे यूँ राह-ए-मोहब्बत में  ऐ ज़िंदगी,  ज़माना बड़ा तलबगार है। हमे तन्हा देखने के लिए …

تحميل المزيد من المشاركات
لم يتم العثور على أي نتائج