चाँद को भी रश्क हो जाता है (preetsinghsr)
आज सुबह से मौसम काफी बोझिल और दिन काफी लंबा सा लग रहा था, पर जानती हो मुझे, क्या इस कुम्लाहट और खीझ…
आज सुबह से मौसम काफी बोझिल और दिन काफी लंबा सा लग रहा था, पर जानती हो मुझे, क्या इस कुम्लाहट और खीझ…
वो गया तो फिर लौट कर आना भूल गया शायद वो परिंदा अपना आशियाना भूल गया किसी से मोहब्बत ना…
अभी कुछ और करिश्मे ग़ज़ल के देखते हैं अब ज़रा लहजा बदल के देखते हैं जुदाइयाँ तो मुक़द्द…
सब कुछ कह लेने के बाद भी कुछ बातें दफ़्न रह जाती हैं, सीने के अंधेरे में। अकेलेपन की आद…
प्यार को शायद कोई परिभाषित नही कर सकता क्योंकि इसे शब्दो मे ढालना मुमकिन ही नही है । प्…
मेरी ज़िन्दगी में कभी ऐसा भी मुक़ाम हो। मेरा नाम तेरे लब पर सुबह और शाम हो। रोशनी क़रीब…
मेरी आंखों का शुकून है होंटो की मुस्कान है वो मेरी मोहब्बत की गजले शायरी की पहचान है वो…